कलेक्टर रौशन कुमार सिंह ने कलेक्टर कार्यालय में की समयावधि पत्रकों की सख्त समीक्षा, अधिकारी कर्मचारियों को चेतावनी और कार्ययोजना के दिए निर्देश!

उज्जैन लाइव, उज्जैन, श्रुति घुरैया:
उज्जैन जिले के प्रशासनिक संचालन को और अधिक प्रभावशाली और जवाबदेह बनाने के उद्देश्य से कलेक्टर रौशन कुमार सिंह ने सोमवार को विक्रमादित्य प्रशासनिक संकुल भवन स्थित कलेक्टर कार्यालय सभागृह में समयावधि पत्रकों की समीक्षा बैठक आयोजित की। इस महत्वपूर्ण समीक्षा बैठक में जिले के विभिन्न विभागों के राजस्व, स्वास्थ्य, शिक्षा, महिला एवं बाल विकास, ट्रायबल वेलफेयर, विद्युत, जल जीवन मिशन, कृषि सहित अन्य विभागों के वरिष्ठ अधिकारियों ने भाग लिया।
बैठक की शुरुआत में कलेक्टर सिंह ने सीएम डैशबोर्ड पोर्टल पर जिलों की रैंकिंग सुधारने के निर्देश देते हुए स्पष्ट किया कि सभी विभागीय अधिकारियों को दिए गए लक्ष्यों की समय-सीमा में पूर्ति सुनिश्चित की जाए। उन्होंने एडीएम प्रथम कौशिक को इसकी नियमित मॉनिटरिंग करने की जिम्मेदारी सौंपी। स्वास्थ्य विभाग को टीकाकरण और संस्थागत प्रसव के लक्ष्य शत-प्रतिशत पूर्ण करने के निर्देश दिए गए।
ट्रायबल वेलफेयर डिपार्टमेंट को पोस्ट मैट्रिक स्कॉलरशिप और हॉस्टलों में ऑनबोर्डिंग की प्रक्रिया सुव्यवस्थित रूप से करने की हिदायत दी गई, वहीं महिला बाल विकास विभाग को आंगनवाड़ी केंद्रों पर स्वास्थ्य योजनाओं के क्रियान्वयन पर विशेष ध्यान देने को कहा गया। पशुपालन विभाग को आर्टिफिशियल इनसेमिनेशन और किसान क्रेडिट कार्ड पर विशेष कार्यवाही करने के लिए निर्देशित किया गया।
कलेक्टर सिंह ने जानकारी दी कि शासन की योजनाओं का लाभ पात्र हितग्राहियों को सुगमता से मिले, इसके लिए कॉल सेंटर के माध्यम से फॉलो-अप और मॉनिटरिंग की जाएगी। उन्होंने सभी एसडीएम, सीएमओ और जनपद सीईओ को समग्र ई-केवाईसी के कार्य में तेजी लाकर शत-प्रतिशत लक्ष्य प्राप्त करने के निर्देश दिए।
बैठक में सीएम हेल्पलाइन की शिकायतों की समीक्षा भी की गई। शिकायतों के निराकरण में लापरवाही बरतने वाले तराना ग्रामीण, तराना शहर, नागदा ग्रामीण और घिनौदा के विद्युत वितरण केंद्रों के प्रभारी अधिकारियों पर कार्यवाही के निर्देश दिए गए। वन विभाग को भी शिकायत निराकरण में प्रदेश में 52वें स्थान पर रहने पर तत्काल सुधारात्मक कार्यवाही के निर्देश मिले।
चिकित्सा विभाग के जिला कार्यक्रम प्रबंधक (District Program Manager) के कार्य में लापरवाही पाए जाने पर एक सप्ताह का वेतन रोकने और नोटिस जारी करने के निर्देश दिए गए। इसके साथ ही कलेक्टर ने संवेदनशीलता का परिचय देते हुए निर्मला, पत्नी रामचंद्र परमार, निवासी ग्राम काकरिया को ई-मोटराइज्ड ट्राइसिकल त्वरित रूप से प्रदान करने के आदेश दिए।
छात्रवृत्ति से जुड़ी शिकायतों पर भी विशेष ध्यान देते हुए उच्च शिक्षा, आईटीआई और अन्य विभागों को लंबित शिकायतों का त्वरित निराकरण करने हेतु नोटिस जारी किए गए। कलेक्टर ने स्पष्ट रूप से कहा कि लंबित शिकायतों पर व्यक्तिगत रूप से ध्यान देकर उनका शीघ्र निराकरण किया जाए।
बैठक में जिले में यूरिया और डीएपी खाद की उपलब्धता की समीक्षा करते हुए बताया गया कि इनका पर्याप्त स्टॉक मौजूद है और किसान चिंता न करें।
जल जीवन मिशन की योजनाओं पर चर्चा करते हुए कलेक्टर ने निर्देश दिए कि पूर्ण हो चुकी जल परियोजनाओं को स्थानीय जनप्रतिनिधियों, जनपद सीईओ, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के एई एवं एसडीओ की उपस्थिति में समारोहपूर्वक जनता को हैंडओवर किया जाए।
आगामी मानसून सीजन को ध्यान में रखते हुए कलेक्टर सिंह ने एडीएम कौशिक को निर्देशित किया कि जिले के सभी नदी, नाले और पुल-पुलियों पर सांकेतिक चिन्ह, रेलिंग और सुरक्षा उपकरणों की व्यवस्था की जाए, साथ ही संवेदनशील स्थानों पर होमगार्ड्स की ड्यूटी लगाने की कार्ययोजना तैयार की जाए।
इस अवसर पर जिला पंचायत सीईओ जयति सिंह, स्मार्ट सिटी सीईओ संदीप शिवा, सहित समस्त जिला अधिकारी बैठक में उपस्थित रहे। कलेक्टर रौशन कुमार सिंह ने सभी अधिकारियों से कहा कि शासन की प्राथमिकताओं को धरातल पर उतारने और जनता को लाभ दिलाने में कोई भी कोताही स्वीकार्य नहीं होगी।